कदर कर ले ( करमा )

निरमोही रे, मोर मया गाडा़-गाड़ा कदर करले
थोकिन अचरा के छंइहा बसर करले

संगे चारा चरत हे चीतल- चीतरी
तोला रखे हंव मयारू करेजा भीतरी
कदर करले

उत्ती के हवा, पछित पानी
झन करना तैं, मोरो करेजा चानी
कदर करले

तीरे- तीर डोंगरी, दुरिहा म खार
मान ले मनौती, सजन गयेंव हार
कदर करले

आमा-  अमली झरत हे, फरत हे मउहा
मोर सुरता भुलाये, लकर लउहा
कदर करले

हिरणी के छाती, शिकारी के बान
तोर कीता जाही, ये मोर जान
कदर करले

- के  ़  आर  ़ मार्कण्डेय      ( छत्तीसगढ़ी गीत)



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