सत्रह तुम बहुत याद आओगे

आज जा रहे हो
कल बड़ी याद आओगे 
जाआे खुशी- खुशी
पुराने नोटो की तरह
नया आ रहा है
एडजस्ट करेंगे
जो करना है अब
वहीं करेंगे
पर तुम्हारा साथ
अच्छा रहा,याद आते रहोगे.
- के. आर. मार्कण्डेय


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