हमार गीत

तुम सांगर- मोंगर दिखत हौ
हम पातर- सीतर दिखत हन
तुम जुरे- जुरे दिखत हौ
हम तीतर- बीतर दिखत हन
ये दिखना म झन जाबे
नइते रे धोखा खाबे

कुछु कहत हन तुम सुन लेव ग
मनखे म हमु ल गिन लेव ग
ये रुंजु धरे मांगत हन
तुम जागे हव , हम जागत हन
तैं जागे झन इतराबे
नइते रे धोखा खाबे

तुम डोली डांगर वाले अव
हम सांप- बिछु सन रइथन
तुम तानोमहल अटारी
हम साजो , साजो कइथन
तुम बेरा म सुख पाथव
हम डेरा म  सुख पाथन
तुम जूठा काठा देथव
हम मांग जांच के खाथन
ये मंगनी म झन  जाबे
नइते रे धोखा खाबे

- सा. के. आर. मार्कण्डेय

Comments

  1. Bahut hi behtrin rachna hai
    Sadhu waad
    👌👌👌👌

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